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पहाड़ को बचाने के प्रयासों में युवा सड़कों पर उतरकर कर रहे आवाज बुलंद  

श्रीनगर। उत्तराखंड की शांत फिजाओं में एक बार फिर से ‘पहाड़ी बनाम बाहरी’ की गूंज सुनाई देने लगी है। सख़्त भू-कानून और मूल निवास की मांग को लेकर युवा आंदोलित हैं। पहाड़ को बचाने के प्रयासों में युवा सड़कों पर उतरकर आवाज बुलंद कर रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को श्रीनगर गढ़वाल में स्वाभिमान महारैली आयोजित की गई। श्रीनगर स्वाभिमान महारैली में सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे। श्रीनगर स्वाभिमान महारैली में पूरे गढ़वाल भर से विभिन्न सामाजिक संगठनों सहित कांग्रेस, यूकेडी के कार्यकर्ताओं ने महारैली में हिस्सा लिया। स्वाभिमान महारैली में कांग्रेश पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी मौजूद रहे।

श्रीनगर स्वाभिमान महारैली की शुरुआत ग्राउंड से हुई। स्वाभिमान महारैली श्रीनगर के विभिन्न बाजारों, राजमार्गो से होते हुए गोला बाजार पहुंची। गोला बाजार पहुंचकर स्वाभिमान महारैली में पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश को सशक्त भू कानून और मूल निवास को लागू करने की मांग की। इस दौरान लोगों ने अंकिता भंडारी मामले में जल्द कार्रवाई , रिजॉर्ट तोड़ने वाले एसडीएम और स्थानीय विधायक पर की कानूनी कार्रवाई करने की भी मांग की।

श्रीनगर स्वाभिमान महारैली में पहुंचे कांग्रेश पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा प्रदेश सरकार की मनसा सशक्त भू कानून लाने की नहीं है। आज उत्तराखंड में कौड़ियों के दामों पर बाहरी लोगों को बसाया जा रहा है। रोजगार पर भी अन्य राज्यों के लोगों को नौकरियां दी जा रही हैं। उन्होंने कहा अगर प्रदेश में मूल निवास लागू हो जाएगा तो प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को इसका फायदा मिलेगा। इस दौरान मूल निवास, भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा जिस तरह से मूल निवास स्वाभिमान आंदोलन को लोगों का समर्थम मिल रहा है वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा हज़ारों की संख्या में पहुंचे लोग इस बात की तस्दीक करते कि प्रदेश को मूल निवास और भू कानून की जरूरत है।मोहित डिमरी ने कहा इस आंदोलन को प्रदेश भर में किया जा रहा है। हर व्यक्ति इस कानून को लाने की मांग कर रहा है। इसके बाद भी राज्य सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।

राज्य आंदोलनकारी अनिल स्वामी एवं समिति के सह संयोजक लूशुन टोडरिया ने कहा मूल निवास स्वाभिमानी आंदोलन अब उत्तराखण्ड आंदोलन की तर्ज में आगे बढ़ता जा रहा है। इस आन्दोलन को आपार जनसमर्थन मिल रहा है। गढ़वाल के केंद्र बिंदु श्रीनगर में हो रही स्वाभिमान महारैली में प्रदेश के अलग अलग कोने से हज़ारों की संख्या में लोग जुटे हैं। जिससे स्पष्ट हो चुका है कि लोग बदलाव चाहते हैं।

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