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जीवन में आहार व्यवहार एवम् विचारों की पवित्रता से होगा जीवन सार्थकः श्री महाराज

  • श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने संगतों को नामदान एवं गुरू महिमा से प्रकाशमय किया
  • रात के समय दूधिया रोशनी में देखते ही बन रही श्री दरबार साहिब की आभा

देहरादून। श्री दरबार साहिब में गुरुवार को बड़ी भारी संख्या में संगतें एवम् श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचे। उन्होंने श्री दरबार साहिब एवम् श्री झण्डे जी पर माथा टेका और मनौतियां मांगी। श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने भी संगतों को दर्शन दिए एवम् आशीर्वाद दिया। श्री महाराज जी ने संगतों को श्री झण्डे जी के एतिहासिक एवम् धार्मिक महत्व से प्रकाशवान किया। उन्होंने संगतों का आह्वान किया कि जीवन में आहार, व्यवहार एवम् विचारों की पवित्रता बनाएं रखें। संगतों की आस्था एवम् श्रद्धाभाव ही श्री झण्डा जी मेले की चढ़दी कलां है। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने कहा कि बहुत जल्द आधुनिक सुविधाओं से युक्त हाईटैक कैंसर इंस्टीट्यूट जनता की सेवा में समर्पित होगा। जिस प्रकार श्री महंत इंन्दिरेश अस्पताल जनता की सेवा कर रहा है उसी तर्ज पर हाईटैक कैंसर इंस्टीट्यूट आमजन की सेवा में समर्पित होगा। उन्होने आह्वान किया कि जीवन में योग को आत्मसात कीजिए। विशेष रूप से सूर्य नमस्कार के महत्व को उद्बोधित किया और कहा कि सूर्यनमस्कार जीवन के अंधकार को प्रकाशमय बना देता है।
शुक्रवार को नई संगतों को नामदान एवम् गुरुमंत्र दिया जाएगा। परंपरा के अनुसार श्री झण्डे जी आरोहण से पूर्व एवम् बाद में गुरु मंत्र दिया जाता है। संगतों के दल स्काउट गाइड के द्वारा श्री झण्डे जी मेले में अनुशासन एवम् साफ सफाई व्यवस्था में उत्कृष्ट सहयोग किया जा रहा है। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने संगतों के स्काउट गाइड दल को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। श्री दरबार साहिब पवित्र सरोवर का इतिहास श्री दरबार  साहिब के इतिहास के साथ ही जुड़ा हुआ है। श्री दरबार साहिब में कालांतर से ही श्री झण्डे जी मेले में शामिल होने के लिए आने वाली संगतें एवम् श्रद्धालु पवित्र सरोवर में श्रद्धापूर्वक आस्था की डूबकी लगाते हैं और पुण्य अर्जित करते हैं। पवित्र सरोवर के जीर्णोद्धार के बाद श्री दरबार साहिब सरोवर अब और भी खूबसूरत एवम् आकर्षक हो गया है। खासतौर पर रात के समय लाइटिंग के साथ पवित्र सरोवर की शोभा अद्वितीय प्रतीत हो रही है। पवित्र सरोवर में ओजोन वाटर फिल्ट्रेशन प्लांट लगाया गया है जो पानी को दूषित नहीं होने देगा, पानी की स्वच्छता को बनाए रखेगा।
श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से आकर्षक साजो सज्जा का विशेष इंतजाम किया गया है। पूरे दरबार साहिब परिसर में विशेष साज-सज्जा की गई है। खासतौर पर रात के समय श्री दरबार साहिब की आभा देखते ही बन रही है। चारों ओर से पड़ रही दूधिया रोशनी के बीच श्री दरबार साहिब बेहद मनमोहक व आकर्षक दिखाई दे रहा है। श्री झंडे जी मेले में शामिल होने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में संगतें श्री दरबार साहिब पहुंच गई हैं। उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान सहित देश के विभिन्न हिस्सों से संगतें गुरुवार को श्री दरबार साहिब पहुंचीं। विदेशी संगत भी श्री झण्डे जी मेले की शोभा में चार चांद लगा रही हैं।
गुरुवार को गिलाफ सिलने का काम लगभग पूरा हो गया है। महिला संगतें श्रद्धाभाव के साथ गिलाफ सिलाई के कार्य को सम्पन्न कर रही हैं। काबिलेगौर है कि श्री झण्डे जी पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण होता है। सबसे भीतर की ओर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 41 (इकतालीस) होती है। मध्यभाग में शनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 21 (इक्कीस) होती है। सबसे बाहर की ओर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है इनकी संख्या 1 (एक) होती है। मेला आयोजन स्थल पर 42 सीसीटीवी निगरानी के लिए संचालित किए गए हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के डाॅक्टरों एवम् नर्सिंग स्टाफ की टीम मेला अस्पताल में उपलब्ध है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की ओर से निःशुल्क दवाईयां उपलब्ध हैं। 2 एम्बुलेंस मेला अस्पताल के सहयोग के लिए मेला आयोजन स्थल पर उपलब्ध हैं। मेला स्थल पर 25 फायर एक्सटिंगविशर लगाए गए हैं। श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से 35 वर्दीधारी सुरक्षा गार्ड्स एवम् 500 संगत स्वंयसेवक मेला व्यवस्था, अनुशासन व्यवस्था एवम् संचालन कार्यों के लिए मुस्तैदी के साथ सेवारत हैं। श्री दरबार साहिब परिसर में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ब्लड बैंक की ओर से गुरुवार को स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 104 यूनिट रक्तदान हुआ। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में पुरुषों के साथ साथ महिलाओं ने भी बढ़चढ़ कर भागीदारी की। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के ब्लड बैंक का स्वैच्छिक रक्तदान शिवर शुक्रवार को भी आयेाजित होगा।

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