श्रीनगर। पहाड़ों में आग का तांडव जारी है। श्रीनगर कीर्तिनगर के विभिन्न इलाकों में पिछले एक सप्ताह से जंगल जल रहे हैं। श्रीनगर में वनाग्नि के कारण 3.5 हेक्टेयर वन सम्पदा जल कर खाक हो गई है। वानाग्नि के कारण घर के बगल में लगी आग बुझाने गया व्यक्ति भी आग की चपेट में आ गया। जिसके कारण उक्त व्यक्ति की मौत हो गई। अब वह विभाग व्यक्ति की पोस्टमार्टम आने का इंतज़ार कर रहा है। सम्बंधित व्यक्ति को आपदा राहत कोष से ही राहत राशि दी जाएगी।
श्रीनगर सिविल वन वन क्षेत्र में अब तक वानाग्नि की 14 घटनाएं घटित हो गयी हैं। जिसके कारण आम लोगों के प्राण भी संकट में आ गये हैं। कल देर रात गढ़वाल केन्द्रीय विवि के चौरास परिसर की टीचर कॉलोनी तक भी आग की लपटें पहुंची। जिसे बुझाने के लिए विवि के छात्रों ने ही पहल की। लगभग आधा घंटे की कड़ी कोशिशों के बाद छात्रों ने आग पर काबू पाया। नयालगढ़ में 62 साल के दुर्गा प्रसाद दिया जलाने के लिए मन्दिर गए थे। जहां वे जंगल में लगी आग में झुलस गये। जिससे उनकी मौत हो गई। वन विभाग के सिविल रेंज के रेंजर राजेन्द्र प्रसाद कुकरेती ने बताया अब तक 14 वानाग्नि कि घटना घटित हुई हैं। जिनमें से ऐंठाना, ढिक्कल गांव, सांपला, धमाखोली, चढिगांव, रामपुर, कंडी में वानाग्नि कई घटना घटित हुई हैं। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई है। 3 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि को नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया जहां वनाग्नि की घटना होती है वहां क्विक रिस्पॉन्स टीम मौके पर पहुंच रही है।