देहरादून ।देवभूमि उत्तराखण्ड में बारिश का दौरा जारी है। राजधानी देहरादून से लेकर प्रदेश में अन्य जिलों में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रखा है। सबसे बुरा हाल इस वक्त प्रदेश की राजधानी देहरादून में हो रखा है। बारिश के बाद यहां की तमाम सड़कें जलमग्न हो रखी है। सावन की पहली बारिश ने ही नगर निगम और जिला प्रशासन के सारे दावों की पोल खोल कर दी है। देहरादून में कुछ इलाकों का हाल देखकर तो ऐसा लग रहा है कि जैसे शहर में बाढ़ आ रखी हो।
भारी बारिश के बाद पूरा देहरादून पानी-पानी हो गया है। सड़कें नदियों में तब्दील हो गई है। देहरादून की सड़कों पर लोगों पर लोगों का पैदल तो छोड़िए गाड़ियों से चलना भी मुश्किल हो गया है। राजधानी देहरादून में बने इन हालात को कुदरत मार कहे या फिर नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही।
मॉनसून की दस्तक देने से पहले देहरादून नगर निगम और प्रशासन ने दावा किया था कि इस बार लोगों को जलभराव का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि शहर के सभी नदी-नाले को साफ कर दिए गए है। लेकिन सोमवार 22 जुलाई को जैसे ही देहरादून में मूसलाधार बारिश हुई, पूरा शहर जलमग्न हो गया।
बता दें कि मौसम विभाग ने पहले ही 21 और 22 जुलाई को प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था, जिसके देखते हुए प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क हो रखा है। मौसम विभाग की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि भारी बारिश के दौरान जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकले। पहाड़ों पर सफर करते समय खासतौर पर ध्यान रखे।