वायनाड। केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 162 हो गई तथा 91 लोग अब भी लापता हैं। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह मेप्पाडी के वेल्लारीमाला गांव के मुंडक्कई और चूरमाला में भारी बारिश से हुए भीषण भूस्खलन के कारण कुल 191 लोग घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा चूरमाला, अट्टामाला और मुंदक्कई और वेल्लारीमाला गांव का अधिकांश हिस्सा भूस्खलन में बह गया। मुंदक्कई पंचायत के सदस्य के बाबू ने कहा, “अब भी कई लोगों के मलबे में फंसे होने का संदेह है।” इस बीच, सेना और केरल अग्निशमन बल ने घायलों को निकालने और शवों को दुर्घटनास्थल से हटाने के लिए मुंदक्कई को चूरीमाला से जोड़ने के लिए एक अस्थायी पुल का निर्माण किया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 78 शवों को मेप्पाडी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में और 31 शवों को मलप्पुरम जिले के नीलांबुर जिला अस्पताल में रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि कुल 83 शवों की पहचान हो चुकी है और 143 शवों का पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है। मुंदक्कई में तीन घरों के मलबे से पांच शव बरामद किए गए और दो शव पोथुकल में चलियार नदी से मिले, जो मुंदक्कई में भूस्खलन स्थल से 38 किलोमीटर दूर है। सेना के करीब 150 जवानों की चार टीमें चूरमाला में बचाव अभियान में लगी हुई हैं।