- सवारी गाड़ी के साथ आवश्यक सेवाओं से जुड़े भारी वाहनों की आवाजाही भी शुरू
- एनएच सहित संबधित विभागों ने रिकॉर्ड समय में पूर्ण किया काम
- केदारनाथ धाम की द्वितीय चरण की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह
देहरादून। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाहनों की आवाजाही सुचारू हो गई है। अब आवश्यक सेवाओं से जुड़े भारी वाहनों को भी गौरीकुंड जाने दिया जा रहा है। शनिवार तड़के आवश्यक सामग्री, खाद्य आपूर्ति एवं गैस सिलेंडर की गाड़ियों को गौरीकुंड भेजा गया। यातायात व्यवस्था सुचारू होने से स्थानीय लोगों एवं यात्रियों को बड़ी राहत मिली है।
केदारनाथ धाम यात्रा का दूसरा चरण बड़े उत्साह और उमंग के साथ संचालित हो रहा है। देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन बाबा केदारनाथ के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। उधर, यात्रियों एवं स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए सभी विभाग तत्परता से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। हालांकि मानसून सीजन में 31 जुलाई को हुई अतिवृष्टि के कारण यात्रा एवं सड़क मार्ग लंबे समय तक प्रभावित रहे। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच विभिन्न स्थानों पर सड़क मार्ग वॉश आउट हो गया था, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में शासन-प्रशासन की तत्परता से यात्रा का दूसरा चरण समय से शुरू होने के साथ सुव्यवस्थित रूप से संचालित हो रहा है। यात्रा मजिस्ट्रेट एडीएम संदीप ने बताया कि मुनकटिया से गौरीकुंड के बीच बाधित मार्ग सवारी गाड़ी एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों के लिए खुल गया है। वाश आउट हुए मार्ग को यात्रा संचालित करने के साथ खोलना एक चुनौती जरूर थी, बावजूद इसके राष्ट्रीय राजमार्ग ने दिनरात कार्य कर रिकॉर्ड समय में सभी मार्ग दुरुस्त कर लिए हैं। व्यापार मंडल गौरीकुंड की ओर से भी इसके लिए प्रयास किए जा रहे थे। सभी के साझा सहयोग से यात्रा सुचारू रूप से संचालित हो रही है। मौसम ठीक होने के साथ ही लगातार बाबा के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। अब तक 12 लाख 20 हजार से अधिक श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं।