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बदरीनाथ धाम में कपाट बंद होने के बाद मास्टर प्लान के कार्यो ने पकडी रफ्तार

चमोली । तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए बदरीनाथ महायोजना का काम शीतकाल में भी लगातार जारी है। बदरीनाथ धाम में कपाट बंद होने के बाद मास्टर प्लान के कार्यो ने रफ्तार पकड ली है। इस सीजन में बर्फबारी से पहले अधिकांश कार्यो को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने रविवार को बद्रीनाथ पहुंच कर मास्टर प्लान के अंतर्गत संचालित पुनर्निर्माण कार्यो और आगामी यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को संचालित कार्यो को गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बदरीनाथ धाम में सिविक एमिनिटी सेंटर, टीआईसी और अराइवल प्लाजा का कार्य लगभग 90 प्रतिशत तक पूर्ण हो गया है। मौके पर दरवाजे, खिडकी एवं फिनिशिंग का काम चल रहा है। टीआईसी और सिविक एमिनिटी सेंटर का कार्य इसी सीजन में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने बताया कि बदरीनाथ मास्टर प्लान के पहले चरण में शेष नेत्र व बद्रीश झील का सौंदर्यीकरण, लूप रोड, बीआरओ बाईपास सहित स्ट्रीट लाइट लगाने का काम पूरा हो गया है।
तीर्थ पुरोहित आवास निर्माण कार्यो का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने पर्याप्त संख्या में श्रमिक लगाते हुए इस दिसंबर तक निर्माण कार्यो को पूरा करने के निर्देश दिए। रिवरफ्रंट कार्यो के निरीक्षण दौरान जिलाधिकारी ने पीआईयू और जल संस्थान को निर्देशित किया कि अगली यात्रा सीजन से पहले क्षतिग्रस्त सीवर लाइन को ठीक किया जाए। सीवर लाइन बनाने के लिए शीघ्र आगंणन तैयार करें। वहीं पर्यटन अधिकारी को प्रसाद योजना के तहत एनपीसीसी के माध्यम से बनाए जा रहे टीआईसी भवन में यात्रा व्यवस्थाओं से जुड़े विभागों के कार्यालय और आवास के लिए कक्ष आवंटन हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
शीतकालीन प्रवास स्थलों पर यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी ने पांडुकेश्वर में योगध्यान बद्री मंदिर, कुबेर मंदिर में यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी किया और शीतकालीन यात्रा के लिए श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने पर जोर दिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से शीतकालीन प्रवास स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी भी ली।
बदरीनाथ धाम में निरीक्षण के दौरान पीआईयू के अधिशासी अभियंता योगेश मनराल, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एसके श्रीवास्तव, जिला पर्यटन अधिकारी बृजेन्द्र पांडेय, बदरीनाथ नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित सहित कार्यदायी संस्थाओं के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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