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महाकुंभ में महाभगदड़ : संगम तट पर सो रहे श्रद्धालुओं को कुचलती चली गई भीड़, 30 श्रद्धालुओं की मौत

अमृत स्नान की अफरातफरी में रात एक बजे टूटी बैरिकेडिंग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों के लिए 25-25 लाख रुपए की मदद का ऐलान किया

प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर ज्यादा भीड़ होने से भगदड़ मच गई और कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई। हालांकि मृतकों को आंकड़ा बढऩे की आशंका है। सरकार ने घटना के 17 घंटे बाद महाकुंभ मेले में हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत की पुष्टि की, वहीं 60 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। 25 मृतकों की शिनाख्त हो चुकी है, जिनमें कर्नाटक के बेलगावी की एक महिला और उसकी बेटी सहित चार लोग शामिल थे। इसके अलावा गुजरात और असम के भी एक-एक भक्त की मौत हुई है।
डीआइजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने बताया कि भगदड़ बुधवार अल सुबह एक और दो बजे की बीच हुई। घायलों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है। हादसे के 60 घायलों को शहर के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 36 लोगों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। सीएम योगी ने सभी का सरकारी खर्च पर इलाज का आदेश दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने घटना के बाद से चार बार फोन कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले की जानकारी ली। कुंभ नगर के डीआईजी वैभव कृष्णन ने बताया कि अखाड़ा मार्ग पर रात डेढ़ बजे के आसपास भारी भीड़ का दबाव बन गया था। इससे झूंसी इलाके में बैरिकेडिंग टूट गई और संगम की ओर घुसी भीड़ ने वहां पर स्नान का इंतजार कर रहे लोगों को कुचलना शुरू कर दिया। डीआईजी ने यह भी साफ किया कि बुधवार को कोई वीआईपी प्रोटोकाल नहीं था।
हालांकि प्रेस कान्फ्रेंस से कुछ घंटे पहले ही डीआईजी ने हादसे के लिए कुछ और ही वजह बताई थी। उस समय डीआईजी ने कहा था कि भीड़ मौके पर मौजूद पुलिस वालों के अनुसार भीड़ का दवाब बढऩे पर चेंजिंग रूम का गेट भीड़ पर ही गिर गया। इसके बाद ही भगदड़ मच गई। उधर, प्रयागराज सेवा समिति के संयोजक तीर्थराज पांडेय ने बताया कि संगम पर रात दो बजे अमृत स्नान के योग के कारण अधिकांश श्रद्धालु वहां पर जमे थे। श्रद्धालु जहां सो रहे थे, उसी के बगल की बैरिकेडिंग टूट गई और श्रद्धालु संगम की ओर दौड़ पड़े। इसके कारण सोए हुए श्रद्धालुओं को उठने का मौका भी नहीं मिला। सब कुचलते चले गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों के लिए 25-25 लाख रुपए की मदद का ऐलान किया है। घटना की न्यायिक जांच के भी आदेश दिए गए हैं।
हिमाचल से भी गए हैं हजारों श्रद्धालु, सभी सुरक्षित
प्रयागराज महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए हिमाचल भर से हजारों श्रद्धालु भी गए हैं। बुधवार को हुई भगदड़ के बाद उनके परिजन भी चिंतित थे, लेकिन इस दुर्घटना में किसी भी हिमाचली के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
एसएसपी बोले, भगदड़ तो मची ही नहीं
महाकुंभ में मची भगदड़ में कई लोगों की जान जाने पर मुख्यमंत्री योगी से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक बुधवार दोपहर होते-होते शोक जताने लग पड़े थे, वहीं कुंभ नगरी के एसएसपी राजेश द्विवेदी के दोपहर बाद आए बयान ने नया बवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने इस घटना को भगदड़ मानने से ही इनकार कर दिया। उन्होंने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि महाकुंभ में भगदड़ मची ही नहीं। उन्होंने कहा कि यह घटना भीड़ की वजह से हुई है और इसमें कुछ लोग घायल हुए हैं। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया में हंगामा मच गया। लोगों ने उन्हें खूब ट्रोल किया कई लोगों ने इस हादसे के लिए उनकी बदइंतजामी को जिम्मेदार बताया है।
सीएम सुक्खू ने भगदड़ को बताया अत्यंत दुखद
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से इस हादसे के कारण जान गंवाने वाली दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने तथा उनके परिवारजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हादसे में चोटिल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

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