ऋषिकेश। ऋषिकेश के रायवाला में स्थित माँ बासंती माता मंदिर सिद्ध पीठ वर्तमान में आस्था का केंद्र बना हुआ है। आचार्य संदीप पोखरियाल ने बताया कि दर्शन के लिए लोग यहां दूर-दराज से आते है। यह मंदिर में 1854 में बना था। साल में एक बार ज्येष्ठ के माह में दशहरे पर यहां मेला लगता है ।
यहां बड़े भाव एवं श्रद्धा के साथ भक्तों के मनोरथ पूर्ण होते हैं। यहां स्थित एक व्यक्ती दो कन्याओं को लेकर आए। वहीं स्थित बस्ती होने के कारण महंत जी का आवास था।ं जैसे ही लोग बच्चे देखने आये तो वहां मौजूद दो बच्ची की मूर्ति बन गयी थी वो मूर्ति तब से स्थपित हो गयी।
उस बची की बड़ी बहन तोड़ी दूर स्थित होशियारी चलकर पहुंची जहां लोगों ने देखा तो वह मूर्ति में स्थापित हो गयी। वह एतिहासिक मंदिर माँ काली का है बाल स्वरूप विगत 350 वर्ष पुराना है यह सिद्ध पीठ नवरात्रों में किए जाते है। इस मंदिर में विशेष पूजा ज्येष्ठ एवं आषाढ़ माह में की जाती है।