देहरादून/ऋषिकेश। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शनिवार को परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में आयोजित ‘अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव-2024’ में प्रतिभाग किया। इस दौरान राज्यपाल गंगा आरती में भी शामिल हुए। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस महोत्सव में 75 देशों के 1400 से अधिक योग साधक भाग ले रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि पतित पावनी मां गंगा के पावन तट पर योग साधकों का एक अद्भुत समागम है। उन्होंने कहा की आप सभी योग के ब्रांड एम्बेसडर हैं, योग सिखकर आप सभी एक कर्मयोगी बन गए हैं।
राज्यपाल ने कहा कि विश्व की योग राजधानी के रूप में जाना जाने वाला, ऋषिकेश सदियों से आध्यात्मिक प्रकाश और समग्र कल्याण का प्रतीक रहा है। उन्होंने कहा कि योग पूरे विश्व को एक सूत्र में बांधने का कार्य करता है। योग एक क्रिया ही नहीं बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा को जोड़कर आपको अंतरात्मा से भी जोड़ता है। योग द्वारा हमारे मन, मस्तिष्क और आत्मा को शांति मिलती है। उन्होंने कहा कि योग हमारी आध्यात्मिक प्रगति का मार्ग है।
राज्यपाल ने कहा कि योग हमें अलगाव नहीं बल्कि जोड़ना सिखाता है। योग विश्व शांति के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने कई वर्षो से निरंतर अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की गंगा अविरल बहाने को एक बड़ी योग साधना बताया। उन्होंने योग को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदानंद मुनि के प्रयासों की सराहना की। राज्यपाल ने कहा की भारत जी-20 की अध्यक्षता के साथ ’वसुधैव कुटुम्बकम’ की महान भावना का विस्तार कर रहा है। ’एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ का जो संकल्प है, उसमें योग एक महान साधन बन रहा है। उन्होंने परमार्थ निकेतन में आये विभिन्न देशों के सभी योग साधकों, शिक्षकों और प्रेरकों का स्वागत किया और परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि को इस भव्य आयोजन के लिए हार्दिक बधाई दी। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन की साध्वी भगवती सरस्वती सहित विभिन्न देशों के योग साधकों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।