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श्रुति चौधरी ने नाबालिग विवाह के बाद महिलाओं के संघर्ष के बारे में चर्चा की

नई दिल्ली। कलर्स का ‘मेरा बलम थानेदार’ नाबालिग दुल्हन बुलबुल (श्रुति चौधरी द्वारा अभिनीत) और पुलिस अधिकारी वीर (शगुन पांडे द्वारा अभिनीत) की कहानी से दर्शकों का दिल जीत रहा है, जहां वे अपने मतभेदों के बावजूद भरोसे की नींव रखने और अपने विवाहित जीवन की जटिलताओं से निपटने का प्रयास करते हैं। अपने किरदार के लिए प्यार बटोरते हुए, श्रुति चौधरी परंपरागत तरीकों से आगे बढ़ते हुए बुलबुल की भूमिका को जीवंत कर रही हैं। इस कहानी के अनुसार, बुलबुल को अपनी कुंडली में मौजूद दोष को ठीक करने हेतु बच्चा पैदा करने के लिए कहा जाता है। वह बताती हैं कि इस खास सीन को करते समय, उन्हें उस दर्द का एहसास हुआ जो महिलाओं को तब महसूस होता है जब उन्हें किसी भी समस्या के समाधान करने हेतु बच्चा पैदा करने के लिए कहा जाता है। उन्होंने बताया कि वह इन सीन्स को करते समय थोड़ी घबराई हुई थीं क्योंकि महिला होने के नाते वह इस बात को समझ सकती थी। उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं को अपने लिए खड़ा होना चाहिए और अपने अधिकारों के लिए बोलना चाहिए।
बुलबुल की भूमिका निभाते हुए, श्रुति चौधरी कहती हैं, “यह हकीकत काफी दुखद है कि महिलाओं से अक्सर शादी के तुरंत बाद ‘मां’ बनने की उम्मीद की जाती है। मेरा मानना है कि परिवारों को यह समझना चाहिए कि महिलाएं परिवार शुरू करने के अलावा भी कुछ आकांक्षाएं रखती हैं, और उन्हें इसका सम्मान करना चाहिए। शो में यह किरदार निभाते हुए, मैं उस दबाव को समझ सकी जिसका सामना महिलाओं को बच्चा पैदा करने से संबंधित बातों को लेकर करना पड़ता है। जबकि बच्चे निस्संदेह एक वरदान हैं, लेकिन जीवन के ऐसे महत्वपूर्ण हिस्से के लिए सही समय चुनना भी उतना ही जरूरी है। बुलबुल का किरदार निभाकर मुझे अविश्वसनीय रूप से संतोष मिला है, क्योंकि इससे मुझे महिलाओं को अपना रास्ता बनाने और सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने हेतु सशक्त बनाने की सहूलियत मिली है। मैं मेरे किरदार और शो दोनों को अपना अटूट समर्थन और निरंतर प्यार देने के लिए अपने प्रशंसकों की बहुत आभारी हूं।”
शो की मौजूदा कहानी में, बुलबुल गणगौर विसर्जन के दौरान सीढ़ियों से गिर जाती है। दृष्टि ने उसकी नकली प्रेगनेंसी का पता करने के लिए यह योजना बनाई थी। बुलबुल को अस्पताल ले जाया जाता है और पता चलता है कि वह प्रेगनेंट नहीं है, जिससे सुलक्षणा स्तब्ध रह जाती है। इस बीच, वीर एक छापे में सफल हो जाता है लेकिन बुलबुल की दुर्घटना की खबर से उसका ध्यान भटक जाता है। दूसरी ओर, बुलबुल सुलक्षणा से सच स्वीकार करती है और माफी मांगती है। क्या सुलक्षणा बुलबुल को माफ कर देगी? और जानने के लिए, देखते रहिए ‘मेरा बलम थानेदार’, हर सोमवार से शुक्रवार रात 9:30 बजे, केवल कलर्स पर!

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