कोझिकोड: इंजीनियरिंग के छात्रों की खुदकुशी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। केरल के कालीकट स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) में बी-टेक इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष के एक छात्र ने बालक छात्रावास की सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। पीडि़त की पहचान मुंबई के योगेश्वर नाथ के रूप में हुई है।
योगेश्वर ने आत्मघाती कदम उठाने से पहले अपने माता-पिता को दिल दहला देने वाले मैसेज भेजा और लगभग 06.30 बजे बालक छात्रावास की सातवीं मंजिल से छलांग लगाई। जानकारी के अनुसार मुंबई में रहने वाले योगेश्वर के माता-पिता को परेशान करने वाले संदेश मिले। इसके बाद उन्होंने हॉस्टल वार्डन को तत्काल सूचित किया। अपनी त्वरित कार्रवाई के साथ छात्रावास के अधिकारी और सुरक्षाकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे, जहां उन्होंने युवा छात्र को खून से लथपथ जमीन पर पड़ा पाया। उसे तत्काल कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एमसीएच) ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।
कुन्नामंगलम पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बीच, शव को पोस्टमार्टम के लिए एमसीएच में रखा गया है। प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार दुखद आत्महत्या पर्याप्त परामर्श सहायता की कमी और एनआईटी कालीकट में छात्रों द्वारा सामना किए जाने वाले बढ़ते शैक्षणिक दबाव से जुड़ी हो सकती है। यह चिंताजनक रहस्योद्घाटन शैक्षणिक संस्थानों के भीतर उन्नत मानसिक स्वास्थ्य संसाधनों और शैक्षणिक सहायता की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है।