ऋषिकेश । उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 31 मई तक बंद हैं। जबकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में भी 20 जून के बाद के स्लॉट मिल रहे हैं। ऐसे में ट्रैवल एजेंसी संचालक चारधाम यात्रियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तारीखों में फर्जीवाड़ा कर यात्रियों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। हर दिन उत्तराखंड पुलिस के पास यात्रियों के साथ धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस ऐसे ट्रैवल एजेंसी संचालकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर रही है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया, सीओ संदीप नेगी और कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के पंजीकरण की चेकिंग लगातार की जा रही है। चेकिंग में ऑनलाइन पंजीकरण की तारीख में फर्जीवाड़ा भी सामने आ रहा है। जिसमें श्रद्धालुओं की शिकायत पर पुलिस ने चार टूर ऑपरेटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जिनमें से दो टूर ऑपरेटर को पुलिस ने दिल्ली और हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो टूर ऑपरेटर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम रवाना की गई है। जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए टूर ऑपरेटरों की पहचान ऋषिराज निवासी दिल्ली और अंकुश निवासी हरिद्वार के रूप में हुई है। जबकि दो मुकदमे में दर्ज अन्य दो टूर ऑपरेटरों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। एसएसपी ने कहा कि पंजीकरण न होने की वजह से चारधाम यात्री खासे परेशान हैं। उनकी परेशानी का फायदा उठाकर कुछ ट्रैवल एजेंट उनको अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। मामला पुलिस के संज्ञान में आने के बाद कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।