- खाद्य विभाग ने मिलावट खोरों पर कसा शिकंजा
- धर्मावाला से हिमाचल भेजा जा रहा पांच क्विंटल दूषित पनीर कराया नष्ट
- अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा मिलावटखोरों पर होगी कड़ी कार्रवाई
देहरादून। चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन को देखते हुए खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग का छापेमारी अभियान पूरे प्रदेश में जारी है। आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ आर राजेश कुमार के निर्देश पर खाद्य विभाग की टीमों द्वारा राज्य के अलग-अलग जनपदों में मिलावटखोरों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। खाद्य विभाग की टीम द्वारा प्रदेशभर में बड़ी संख्या में सैंपल लेने के साथ ही मिलावट कर रहे प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किये जा रहे हैं। अपर आयुक्त आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने कहा राज्य में खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान की कमान उपायुक्त खाद्य मुख्यालय जी०सी० कण्डवाल को सौंपी गई है। उनके के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित खाद्य निर्माण ईकाइयांे, थोक विक्रेताओं व फुटकर विक्रेताओं के प्रतिष्टानों पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की चैकिंग की जा रही है। जिसमें पुलिस प्रशासन की मदद से मिलावट खोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई आ रही है। मिलावटखोरों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगी।
अपर आयुक्त आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने कहा आज पायुक्त खाद्य मुख्यालय जी०सी० कण्डवाल के नेतृत्व में टीम द्वारा देहरादून जनपद के विकासनगर क्षेत्र के सेलाकुई, हर्बटपुर, धर्मावाला क्षेत्र में स्थित होटल, रेस्टोरेंट, डेयरी आदि का निरीक्षण किया। खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के प्राविधानों के अन्तर्गत टीम द्वारा पूरे इलाके में सघन निरीक्षण किया गया। संयुक्त टीम द्वारा सबसे पहले सुबह हरबर्टपुर पौंटा रोड़ पर दूध व अन्य खाध पदार्थों के आपूर्तिकर्ता वाहनों का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें देहराडून से आपूर्ति हो रहे दुग्ध एवम् दुग्ध उत्पादकों की लेवलिंग, कॅडिशन व स्टोरेज की जाँच की गई। मौके पर लाइसेंस तलब किये गये। बिना लाइसेंस के सप्लाई करने पर नोटिस जारी किये गये।
अपर आयुक्त आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि उसके बाद टीम मुखबिर की सूचना पर अधूवाला कुंज ग्रांट में स्थित एक पनीर निर्माता प्रतिष्ठान का औचक निरीक्षण करने पहुंची। टीम ने निरीक्षण के दौरान पनीर निर्माण करता हुआ नहीं पाया। जबकि प्रतिष्ठान में 4-5 कुन्तल पनीर रखा हुआ था। टीम द्वारा पनीर के सम्बन्ध में मौके पर मौजूद सलमान नाम के व्यक्ति से कडाई के साथ पूछताछ की गई। प्रतिष्ठान मैं मौजूद सलमान नाम के व्यक्ति द्वारा बताया गया कि यह पनीर पांच से छ दिन पुराना है। और इसे हिमाचल प्रदेश में सप्लाई के लिए बनाया गया है। उन्होंने बतातया कि टीम द्वारा मौके पर प्रतिष्ठान सघन निरीक्षण करने पर कुछ पाम आयल के खाली पैकेट, कुछ पैकेट सैक्रीन जैसा पदार्थ तथा सेट्रिक एसिड जैसा लिक्विड पदार्थ पाया गया। इसके बारे में पूछताछ करने पर सलमान द्वारा बताया गया कि हम कभी कभी पनीर बनाने में पदार्थ का प्रयोग करते हैं। उसके बाद वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय तिवारी द्वारा मौके पर जांच हेतू पनीर का नमूना लिया गया।
उन्होंने बताया कि टीम द्वारा इस कार्रवाई की सूचना संबधित पुलिस चैकी कुल्हान के चैकी इंचार्ज को हर्ष आगेरा को दी गई और मौके पर पुलिस बल भेजने का आग्रह किया गया। उनके द्वारा दो आरक्षी मौके पर भेजे गये। टीम द्वारा पुलिस बल की मौजूदगी में सलमान द्वारा पनीर नष्ट किया गया। यह पनीर बासी एवम् व्यक्तियों को बीमार करने वाला था। इसका प्रयोग न हो सके इसलिए इसे नष्ट करया गया। अपर आयुक्त आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि इस अभियान के दौरान दो पनीर के नमूने एवं आधे दर्जन प्रतिष्ठान का निरीक्षण किया गया। कार्यवाही टीम में उपायुक्त खाद्य (मुख्यालय) जी०सी० कण्डवाल, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, विकासनगर संजय तिवारी, एफ०डी०ए० विजिलेंस से संजय नेगी, योगेन्द्र सिह तथा कुल्हाल चैकी चैकी प्रभारी कुल्हाल हर्ष आगेरा, का० मोनू कुमार, मुकेश कुमार सम्मलित रहे।