जंगल की आग में जलकर तीन वनकर्मियों की हो गई थी मौत
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वनाग्नि नियंत्रण की रोकथाम में गंभीर लापरवाही बरतने पर दो सीनियर आईएफएस को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले में विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं। मुमुख्यमंत्री धामी ने साफ संदेश दिया कि जिम्मेदारी में हीलाहवाली करने वाले किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे। इधर, मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि गत दिवस अल्मोड़ा के बिनसर जंगल में लगी आग मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त फैसला लेते हुए सीसीएफ कुमाऊं कंजरवेटर नॉर्थ समेत डीएफओ अलमोड़ा को सस्पेंड कर दिया है। इस घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सबसे पहले जहां वायु सेना से संपर्क कर बिनसर के जंगलों में लगी आग को बुझाने का सहयोग मांगा। इसके बाद वनाग्नि की घटना में घायलों को तत्काल बेहतर इलाज के लिए हेली एंबुलेंस की व्यवस्था कर एम्स में बातचीत कर उनके इलाज का प्रबंध कराया। इसके अलावा वनाग्नि घटना में मृतक आश्रितों के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए आश्रितों को 10-10 लाख मुआवजा दिए जाने की घोषणा की है। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वनाग्नि की घटना को रोकने में सीधे तौर पर इन बड़े अफसर को जिम्मेदार माना है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है की हम समय-समय पर ऐसे मामलो में बड़े अफसरों को मौके पर जाने कारवाई करने के निर्देश देते है। लेकिन देखने में आया कि इस गंभीर घटना में लापरवाही बरती गई है। मुख्यमंत्री ने पूर्व में ही सभी अफसरों को वनाग्नि नियंत्रण को पर प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये थे। लेकिन अफसरों ने इस मामले में किसी तरह की गंभीरता नहीं दिखाई। इस मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिम्मेदार जो भी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।