थराली। उत्तराखंड के जनपद चमोली में सोमवार को भी बारिश का दौर जारी है। जिस कारण राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ ग्रामीण सड़कें भी बंद हो रही है। हाल ही में ये मामला कुहेड़-मैठाणा-मथरपाल सड़क का है। जहां धारकोट क्षेत्र में गैस गोदाम के पास भारी मात्रा में मलबा आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया। सड़क पर मटमैला पानी बहता देख लोगों के होश उड़ गए। वहीं, गरमथा तोक के पास हो रहे भूस्खलन से सड़क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे कई गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया।
उल्लेखनीय है कि पहाड़ी क्षेत्रों में आमतौर पर देखा जाता है कि सड़क कटिंग के बाद डंपिंग जोन न बनाए जाने से मलबा जगह-जगह डाल दिया जाता है। जिससे तेज बरसात होते से सड़क कटिंग का मलबा सड़क को बंद कर देता है। इतना ही नहीं सड़क कटिंग के दौरान डंपिंग जोन न होने के चलते मलबे को गदेरे में फेंक दिया जाता है। यही मलबा बरसात के समय मुसीबत का कारण बनती है, लेकिन विभाग सड़क कटिंग के दौरान ध्यान नहीं देता है। बिना डंपिंग जोन के ही मलबा डंप किया जाता है। ऐसे में लाखों रुपयों की वन संपदा को तो नुकसान होता ही है। साथ ही करोड़ों रुपयों से बनी सड़क भी लापरवाही की भेंट चढ़ जाती है।