- हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड और स्किपर लिमिटेड ने भारत के सबसे भारी ट्रांसमिशन स्टील पोल स्ट्रक्चर के लिए भागीदारी, जिसका वजन लगभग 200 मीट्रिक टन है।
- जिंक ट्रांसमिशन स्ट्रक्चर को कठोर जलवायु परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम
नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, ने घोषणा की कि भारत के सबसे अधिक भार वाले ट्रांसमिशन स्टील पोल स्ट्रक्चर के लिए गैल्वनाइजेशन प्रक्रिया में शीर्ष-गुणवत्ता वाले जिंक का उपयोग किया गया है। लगभग 57 मीटर ऊंची विशाल 400 किलोवोल्ट दोहरी पोल संरचना को हिंदुस्तान जिंक के लो-ड्रॉस जंबो स्पेशल हाई ग्रेड जिंक और स्पेशल हाई ग्रेड जिंक सिल्लियों के मिश्रण का उपयोग कर गैल्वनाइजेशन किया गया। स्किपर लिमिटेड द्वारा डिजाइन और निर्मित यह संरचना आंध्र प्रदेश में प्रस्तावित पिन्नापुरम इंटीग्रेटेड रिन्यूएबल एनर्जी विद स्टोरेज प्रोजेक्ट के तहत 400 केवी क्वाड मूस डीसी ट्रांसमिशन लाइन्स परियोजना का हिस्सा है।
भारत की सबसे बड़ी पावर ट्रांसमिशन एण्ड डिस्ट्रीब्यूशन मैन्यूफेक्चरर, स्किपर लिमिटेड, अपने पश्चिम बंगाल संयंत्र में देश की सबसे बड़ी गैल्वनाइजिंग सुविधाओं में से एक का संचालन करती है। 200 मीट्रिक टन से अधिक वजन वाली दोहरी पोल संरचना पारंपरिक फोर लेग्ड जाली वाले टावर की तुलना में काफी अनुकूलित डिजाइन प्रदान करती है, जो इसे मेट्रो शहरों और जगह की कमी वाले शहरी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त बनाती है। जंग से बचाने के लिए, दोहरी पोल संरचना को हिंदुस्तान जिंक के लो-ड्रॉस जंबो स्पेशल हाई-ग्रेड जिंक और स्पेशल हाई ग्रेड सिल्लियों के मिश्रण का उपयोग कर गैल्वनाइजेशन प्रक्रिया की गयी। सबसे भारी संरचना में हिंदुस्तान जिंक के विशेष उच्च ग्रेड जिंक और अभिनव लो-ड्रॉस जंबो विशेष उच्च ग्रेड जिंक का उपयोग किया गया है जो कि इसके विशाल आकार और वजन के कारण हैंडलिंग और लोडिंग को सरल बनाता है। गैल्वनाइज्ड डुअल पोल को आंध्र प्रदेश भेजा गया, जो जंग से ग्रस्त एक तटीय क्षेत्र है। जिंक की सुरक्षात्मक परत तटीय क्षेत्रों के लिए आवश्यक है, जहां उच्च आर्द्रता, नमक और नमी जंग को बढ़ाती है और संरचनात्मक अखंडता से समझौता करती है।
जिंक के गुण जो स्टील की रक्षा करते हैं, इसे भारत के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण बनाते हैं, जिसमें सार्वजनिक बुनियादी ढांचा, रेलवे, सड़क मार्ग, पुल और बिजली ट्रांसमिशन शामिल हैं गैल्वनाइज्ड कोटिंग्स के कम उपयोग के कारण भारत में जंग लगने की लागत अन्य प्रमुख देशों की तुलना में अधिक है। जंग लगने के कारण खराब हो चुके क्षतिग्रस्त उपकरण या घटक की मरम्मत या प्रतिस्थापन करने की तुलना में जंग को रोकना अधिक सरल और अधिक लागत प्रभावी है।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्यकार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि, हिंदुस्तान जिंक के लिए ग्राहक केन्द्रितता सर्वोपरि है, और हम अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के साथ एक बेजोड़ प्रतिस्पर्धी लाभ प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्किपर लिमिटेड जैसे अग्रणी उद्योग के साथ लगातार सहयोग कर, हम देश भर में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को उच्च गुणवत्ता वाले जिं़क उत्पादों के साथ मजबूत कर रहे हैं। हमें इस तरह की प्रभावशाली परियोजना में योगदान देने पर बेहद गर्व है। जैसे-जैसे भारत का ध्यान विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचे के निर्माण पर केंद्रित होता है, जिंक गैल्वनाइजेशन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि यह आयु को बढ़ाता है और ऐसी परियोजनाओं का स्थायित्व सुनिश्चित करता है। हिंदुस्तान जिंक भारत के औद्योगिक विकास में सबसे आगे रहा है, और जिंक ने लगातार अपनी असाधारण गुणवत्ता और प्रदर्शन का प्रदर्शन किया है।
स्किपर लिमिटेड के प्रबंध निदेशक साजन कुमार बंसल ने कहा कि, इस परियोजना की सफलता उद्योग जगत के नेताओं के बीच एक मजबूत साझेदारी का परिणाम है, जो आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को आगे ले जाने के लिए एक साथ हैं। हिंदुस्तान जिंक शीर्ष गुणवत्ता वाले जिंक उत्पादों का एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता है जो हमारे द्वारा उत्पादित संरचनाओं की संरचनात्मक अखंडता और दीर्घकालिक स्थायित्व सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। परियोजना का पूरा होना भारत के बिजली बुनियादी ढांचे के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, और हम इसका हिस्सा बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
हिंदुस्तान जिंक दुनिया के सबसे बड़े जिंक उत्पाद पोर्टफोलियो में से एक की पेशकश करता है, जिसमें नवाचार के लिए एक मजबूत ग्राहक-प्रथम दृष्टिकोण है, जो यूरोप, दक्षिण अमेरिका, मध्य पूर्व आदि में 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करता है। कंपनी की ग्राहक तकनीकी सेवा टीम और उत्कृष्टता केंद्र ग्राहकों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करते हैं। सर्वोच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध, कंपनी की जिंक पेशकश देश की पहली है जो पर्यावरण उत्पाद घोषणा (ईपीडी) सत्यापित है – जो उत्पाद के पर्यावरण फुटप्रिंट पर तुलनीय डेटा प्रदान करती है, साथ ही गुणवत्ता के लिए बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) प्रमाणपत्र भी प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त, कंपनी के पास यूरोप में अपने उत्पादों के निर्यात के लिए आरईएसीएच गुणवत्ता प्रमाणन भी है।
हाल ही में, हिंदुस्तान जिंक ने इकोजेन लॉन्च किया, इस नवीनतम पेशकश से हिंदुस्तान जिंक के इकोजेन के साथ एक टन स्टील को गैल्वनाइज करने में ग्राहकों की मूल्य श्रृंखला में लगभग 400 किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन से बचाव होगा। यह पेशकश हिंदुस्तान जिंक की अपने परिचालन को डीकार्बोनाइज करने के साथ-साथ अपने ग्राहकों को अधिक सस्टेनेबल विकल्पों के साथ सेवा देने के लिए एक बेजोड़ प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक है। कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जस्ता बाजार में लगभग 75 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती है। हिंदुस्तान जिंक को एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2023 द्वारा धातु और खनन श्रेणी में दुनिया की सबसे सस्टेनेबल कंपनी के रूप में मान्यता दी गई है धातु और खनन उद्योग में विश्व अग्रणी के रूप में, हिंदुस्तान जिंक सस्टेनेबल भविष्य के लिए वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन हेतु आवश्यक महत्वपूर्ण धातुएं उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।