चमोली। भू बैकुंठ नगरी बदरीनाथ धाम में आज दोपहर बाद फिर मौसम ने ली करवट। तेज सर्द हवाओं के साथ बदरीनाथ धाम की आसपास की ऊंची चोटियों पर एक बार फिर से बर्फबारी हुई। हिमपात होने से बदरीनाथ धाम में ठंड बढ़ गई है। इसके साथ ही धाम में शीतलहर चलने लगी है।
बदरीनाथ धाम में बर्फबारी के बाद भी श्रद्धालुओं की आस्था में कमी नहीं आई है। दिनों दिन धाम में श्रद्धालुओं की आमद बढ़ती जा रही है। श्रद्धालु अपने आराध्य हरि नारायण प्रभु के प्रति अगाध आस्था और श्रद्धा लिये हर रोज बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। बुधवार 16 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा पर्व के दिन करीब 8 हजार तीर्थ यात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। कपाट खुलने से लेकर अबतक करीब साढ़े ग्यारह लाख श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के चरणों में माथा टेक चुके हैं।
12 अक्टूबर को दशहरे के दिन बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित हो गई है। आगामी 17 नवंबर को मिथुन लग्न में रात नौ बजकर सात मिनट पर पूरे विधि-विधान से भगवान बदरी विशाल मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे। वहीं भगवान मदमहेश्वर के कपाट भी 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। इसके अलावा तीन नवंबर को केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे। वहीं, दो नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद होंगे।