देहरादून। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के बेगूसराय में कौशल प्रशिक्षण और उत्पादन के लिए जीविका दीदी ट्रेनिंग कम प्रोडक्शन सेन्टर का उद्घाटन किया। यह अपनी तरह की पहली पहल है। यह अत्याधुनिक सुविधा गांव की महिलाओं को रॉ-फैब्रिक को वैश्विक रूप से मार्केटिंग योग्य प्रोडक्ट में बदलने में सक्षम बनाएगी, जिससे पारंपरिक शिल्प कौशल को आधुनिक डिजाइन और मार्केटिंग तकनीकों के साथ जोड़ा जा सकेगा। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) और इसके पाँच सेक्टर स्किल काउंसिल (एसएससी) और निफ्ट पटना के साथ साझेदारी में विकसित इस सेन्टर का उद्देश्य महिलाओं के नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों को अपैरल और टेक्सटाइल सेक्टरों में सफल उद्यमी के रूप में विकसित करने के लिए उन्हें महत्वपूर्ण स्किल्स, टूल्स और रिसोर्स देकर आगे बढ़ाना है।
इस सेन्टर को ट्रेनिंग हब और प्रोडक्शन फैसिलिटी दोनों के रूप में डिज़ाइन किया गया है। यह सेन्टर 10,000 वर्ग फीट के क्षेत्र में फैला है, जिसमें अतिरिक्त 1,000 वर्ग फीट खुली जगह है।
इस कार्यक्रम में रजनीश कुमार, पूर्व एमएलसी, बेगुसराय; राजीव कुमार वर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष; कुन्दन कुमार, विधायक, बेगुसराय-सदर; सर्वेश कुमार, एमएलसी बेगुसराय; एवं राजकुमार सिंह, विधायक, मटिहानी सहित सम्मानित गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित गिरिराज सिंह ने कहा, भारत की प्रगति को आकार देने में महिलाओं की परिवर्तनकारी भूमिका उल्लेखनीय है, और मैं इसमें जीविका दीदियों के योगदान को बहुत महत्व देता हूँ। आज, नौ करोड़ से अधिक दीदियाँ इस आंदोलन का हिस्सा हैं, और लाभार्थी से लेकर प्रमुख योगदानकर्ता बनने तक की उनकी यात्रा, इस पहल की अपार क्षमता को दर्शाती है।
एनएसडीसी के सीओओ (ऑफिशिएटिंग सीईओ) और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी वेद मणि तिवारी ने अपने विजन को साझा करते हुए कहा, जीविका दीदी ट्रेनिंग सेन्टर ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और भारत के समावेशी विकास के विज़न को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।