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डबल्यूआईसी इंडिया ने फोटोग्राफी प्रदर्शनी ‘चित्त : सोलो थिएटर में पक्षी’ की करी मेजबानी

देहरादून। डबल्यूआईसी इंडिया, देहरादून ने ‘चित्त: बर्ड्स इन सोलो थिएटर’ शीर्षक से दो दिवसीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी की मेजबानी करी। इस कार्यक्रम में फोटोग्राफर समीर थपलियाल द्वारा खींची गईं तस्वीरों को दिखाया गया, जिन्होंने अपनी तस्वीरों के माध्यम से प्रकृति और उद्योग के मिश्रण को बखूबी दर्शाया।

प्रदर्शनी में दिखाई गई समीर थपलियाल की फोटो श्रृंखला एक अद्भुत संग्रह है जिसमें औद्योगिक पृष्ठभूमि के सामने तारों पर बैठे पक्षी हैं। इस प्रदर्शनी में इन पक्षियों की ताकत और सुंदरता को उजागर किया गया और दर्शकों को सभी जीवित चीजों और दुनिया में हमारे स्थान के बीच संबंध के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया।

समीर थपलियाल ने अपनी रचनात्मक प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा, “देहरादून में पले-बढ़े होने के कारण मैं हमेशा से प्रकृति की ओर आकर्षित रहा, लेकिन दिल्ली के व्यस्त जीवन में मुझे प्रेरणा पाने में संघर्ष करना पड़ा। जब मैंने बिजली के ट्रांसफॉर्मर और केबल की तस्वीरें लेना शुरू किया, तभी मैंने देखा कि अकेले पक्षी खतरे के करीब तारों पर बैठे हैं। समय के साथ, मैंने इन पक्षियों को कलाकारों के रूप में देखना शुरू कर दिया, जो खुद को इस तरह से पेश करते हैं, मानो वे किसी नाटक का हिस्सा हों। उन क्षणभंगुर क्षणों में, मुझे अपने और पक्षियों के बीच एक जुड़ाव महसूस हुआ, जो मुझे याद दिलाती था कि हम सभी सूक्ष्म, अव्यक्त अंतःक्रियाओं की दुनिया में सह-अस्तित्व में हैं।कार्यक्रम के दौरान आगंतुकों ने प्रदर्शित विभिन्न तस्वीरें देखीं, जिसमें पक्षियों और बड़ी स्टील संरचनाओं को ख़ूबसूरती से दर्शाया गया था।

समीर थपलियाल एक स्व-शिक्षित फ़ोटोग्राफ़र हैं, जिन्हें विजुअल आर्ट्स में रुचि है। उन्होंने हैबिटेट सेंटर गैलरी, इंडिया इंटरनेशनल सेंटर और नई दिल्ली के प्रगति मैदान जैसी मशहूर जगहों पर अपनी तस्वीरों की प्रदर्शनी लगाई है। उनकी फ़ोटोग्राफ़ी अपनी वास्तुकला की खूबसूरती और दमदार स्टोरी टेलिंग के लिए जानी जाती है। थपलियाल ने पूरे भारत में वास्तुकला फ़ोटोग्राफ़ी प्रतियोगिताओं में पुरस्कार भी जीते हैं।

डबल्यूआईसी इंडिया, देहरादून के निदेशक अंकित अग्रवाल और सचिन उपाध्याय ने थपलियाल के काम की प्रशंसा करते हुए कहा, “हम डबल्यूआईसी इंडिया में समीर थपलियाल की अद्भुत फोटोग्राफी प्रदर्शनी की मेजबानी करने के लिए बेहद प्रसन्न हैं। प्रकृति और उद्योग के बीच संतुलन को कैद करने का उनका कौशल प्रेरणादायक और विचारोत्तेजक है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से, हम प्राकृतिक दुनिया और सभी को जोड़ने वाले संबंधों के लिए गहरी प्रशंसा को प्रोत्साहित करने का प्रयास करते हैं।”

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