Breaking News
मुस्लिम समाज के “आधुनिक” नायक
मसूरी को मिलने जा रही है जाम से सहूलियत
सौंग बांध पेयजल परियोजना पर कार्य शुरू करने के लिए विस्थापन की कार्यवाही जल्द की जाएः सीएम
राज्यपाल से पर्वतारोही शीतल ने की शिष्टाचार भेंट
विश्व मत्स्य पालन दिवस पर मत्स्य पालन में उत्तराखंड को मिला हिमालयी और उत्तरपूर्वी राज्यों में सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार
जिला उद्योग मित्र समिति की बैठक का आयोजन, कहा-उद्योग मित्रों की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ निस्तारण करें
मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने उत्तरा एम्पोरियम व आईटीडीए ग्रोथ सेन्टर ऋषिकेश का भ्रमण किया
यात्रा प्राधिकरण गठित कर आगामी यात्रा की तैयारी में अभी से जुटें अधिकारी : मुख्यमंत्री
राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेला गौचर के समापन के बाद भी सामान खरीदने वालों की भारी भीड़ उमड़ी रही

बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ ने प्रजनन क्षमता के वर्तमान और भविष्य के प्रवृत्तियों पर एक सीएमई का आयोजन किया

नई दिल्ली।आज बिरला फर्टिलिटी एंड आई. वी. एफ ने गुवाहाटी ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी के सहयोग से गोरखपुर में प्रजनन क्षमता के वर्तमान और भविष्य के प्रवृत्तियों पर एक सी. एम. ई. का आयोजन किया। डॉ. शिखा टंडन, कंसल्टैंट एवं सेंटर हेड, बिरला फर्टिलिटी एंड आई. वी. एफ ने इस कार्यक्रम का नेतृत्व किया, जिसमें डॉ. आशुतोष दुबे, चीफ मेडिकल ऑफिसर, गोरखपुर, डॉ. सविता अग्रवाल, प्रेसिडेंट जी. ओ. जी. एस., डॉ. अल्पना अग्रवाल, सचिव जी. ओ. जी. एस., और प्रोफेसर (कर्नल) डॉ. पंकज तलवार वी. एस. एम., प्रेसिडेंट-इलेक्ट, आई. एफ. एस. जैसे गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया, और प्रजनन चिकित्सा एवं प्रजनन क्षमता के भविष्य पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में गोरखपुर के 70 से ज्यादा चिकित्सा विशेषज्ञ भी मौजूद थे, जिन्होंने इन विट्रो फ़र्टिलाइज़ेशन जैसी असिस्टिड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजीज़ के क्षेत्र में हुई प्रगति और संभावनाओं के बारे में जाना, और प्रजनन चिकित्सा की मौजूदा स्थिति एवं इसके भविष्य के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। बिरला फर्टिलिटी एंड आई. वी. एफ में कंसल्टैंट एवं सेंटर हेड, डॉ. शिखा टंडन ने कहा विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया में हर 6 में से 1 दंपति को स्वाभाविक रूप से गर्भधारण करने में दिक्कत होती है। ऐसे दंपतियों को असिस्टिड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजीज़ से मदद मिल सकती है, और वो इसका लाभ उठाकर प्राकृतिक रूप से गर्भधारण कर सकते हैं। ए. आर. टी. प्रक्रियाओं, जैसे आई. वी. एफ, स्टेम सेल ट्रीटमेंट, क्रायोप्रिज़र्वेशन और लेज़र-एसिस्टेड हैचिंग आदि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग और उसके फ़ायदों के पूरे ज्ञान एवं समझ से दंपतियों को गर्भधारण के लिए व्यक्तिगत एवं अनुकूलित उपचार प्रदान करने में मदद मिल सकती है। इसलिए मेडिकल विशेषज्ञों के एक आम मंच पर आने की जरूरत है, ताकि वो टेक्नोलॉजी में हो रही प्रगति का उपयोग कर प्रजनन की चुनौतियों से निपट सकें और जटिल मामलों में भी सफल इलाज कर सकें। सी. एम. ई. से योग्य और अनुभवी प्रजनन विशेषज्ञों को सहयोग करने और इन्फ़र्टिलिटी का शिकार लाखों लोगों के लिए आशाजनक समाधान तैयार करने का अवसर मिलता है। इस तरह के प्रयासों से विश्व स्तरीय और गुणवत्तापूर्ण प्रजनन उपचार सभी की पहुँच में लाने के लिए इस क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने की बिरला फर्टिलिटी एंड आई. वी. एफ की प्रतिबद्धता को बल मिलता है । बिरला फर्टिलिटी एंड आई. वी. एफ ने पहले लखनऊ और फिर वाराणसी में अपने केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश में कदम रखा, जिसके बाद 3 साल में 5 केंद्र लॉन्च करके यह नोएडा ,गोरखपुर और प्रयागराज में तेज़ी से अपना विस्तार कर रहा है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top